प्यारे हैं बस सारे सारे प्यारे हैं बस सारे सारे
विरोधियों को चारों खाने चित्त पा रहे हैं। विरोधियों को चारों खाने चित्त पा रहे हैं।
नागाड़े की आवाज और मांदर की थाप पर नृत्य करते पुरूष एवं महिलाएं आज भी मुझे य... नागाड़े की आवाज और मांदर की थाप पर नृत्य करते पुरूष एवं महिलाए...
संकोच के सारे बंधन तोड़े प्रेम कड़ी से सबको जोड़े तिरंगे की बने रंगोली आओ खेलें होली संकोच के सारे बंधन तोड़े प्रेम कड़ी से सबको जोड़े तिरंगे की बने रंगोली ...
चल, ले चलूँ तुझे जंगल की सैर कराने घने वृक्षों की छांव में एक आशिया बनाने। चल, ले चलूँ तुझे जंगल की सैर कराने घने वृक्षों की छांव में एक आशिया बनाने।
कभी न डरे निष्पक्ष रहे वार करे जग छलनी करे कभी न डरे निष्पक्ष रहे वार करे जग छलनी करे